राजस्थान के अजमेर जिले के किशनगढ़ में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता को अपनी ही पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना सिर्फ एक हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उस चालाकी और झूठ की कहानी है, जिसे पुलिस ने अपनी सूझबूझ से उजागर किया। आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसकी तीन बड़ी गलतियों ने उसे सलाखों के पीछे पहुँचा दिया।
घटना के बारे में आरोपी ने पुलिस को बताया था कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने लूट के इरादे से उन पर हमला किया, जिसमें उसकी पत्नी की मौत हो गई। हालांकि, पुलिस को शुरुआत से ही उसकी कहानी पर संदेह था। पुलिस ने जब वैज्ञानिक तरीके से जांच की, तो सामने आया कि आरोपी की कहानी पूरी तरह से मनगढ़ंत थी।
SP वंदिता राणा ने बताया कि किशनगढ़ के उदयपुर कलां के रहने वाले रोहित सैनी (35) का किसी महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस उसकी पत्नी संजू सैनी (32) से अनबन रहती थी।संजू को रास्ते से हटाने के लिए रोहित ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक प्लान बनाया।
रोहित अपनी पत्नी के साथ रक्षाबंधन पर ससुराल रलावता गया था। रविवार दोपहर करीब 1:30 बजे दोनों ससुराल से लौट रहे थे। किशनगढ़ के हाथी खान से सिलोरा की ओर जाने वाली रोड पर रोहित के साथी रवि ओर एक नाबालिग वह पहले से ही मौजूद थे जैसे ही रोहित तय की जगह पर पहुंचा रवि ओर नाबालिग ने मिलकर संजू का गला रेतकर हत्या कर दी।
ये तीन वजहें बनीं गिरफ्तारी का आधार:
- शरीर पर चोट के निशान नहीं: आरोपी ने पुलिस को बताया था कि बदमाशों ने उसके साथ भी मारपीट की थी। लेकिन पुलिस ने जब उसकी मेडिकल जांच कराई तो उसके शरीर पर हाथापाई या मारपीट का कोई भी निशान नहीं मिला। यदि सच में लूटपाट और हाथापाई हुई होती, तो आरोपी के शरीर पर खरोंच या चोट के निशान जरूर होते। यह पहला सबूत था जिसने उसकी झूठी कहानी की पोल खोल दी।
- मृतक के गले में मंगलसूत्र: आरोपी ने पुलिस को बताया था कि बदमाशों ने लूटपाट में उसकी पत्नी के सारे गहने उतार लिए थे, लेकिन जब पुलिस ने मृतक का मुआयना किया, तो उसके गले में मंगलसूत्र अभी भी मौजूद था। यह एक बेहद महत्वपूर्ण सुराग था। अगर बदमाशों का मकसद सिर्फ लूटपाट होता, तो वे मंगलसूत्र क्यों छोड़ जाते? इस सवाल ने पुलिस का शक यकीन में बदल दिया।
- घटनास्थल के हालात: पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। आरोपी ने जो कहानी बताई थी, उससे घटनास्थल के हालात मेल नहीं खा रहे थे। पुलिस ने पाया कि जिस तरीके से घटना को अंजाम दिया गया था, वह किसी भी तरह से पेशेवर लूटमार की घटना नहीं लग रही थी। पुलिस ने हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले और अन्य सबूत जुटाए।
साजिश 5-6 दिन पहले से चल रही थी - पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने आखिरकार अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह पिछले 5-6 दिनों से अपनी पत्नी की हत्या की योजना बना रहा था। उसने धारदार हथियार से अपनी पत्नी का गला काटा और फिर इसे लूटपाट का रूप देने की कोशिश की। आरोपी का मकसद क्या था, इस बारे में अभी और जानकारी सामने आना बाकी है, लेकिन माना जा रहा है कि यह घरेलू विवाद या किसी और वजह से किया गया अपराध था।पत्नी को मारने वाला भाजपा नेता तीन वजहों से फंसा, झूठी कहानी ने खोल दी पोल
इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराध कितना भी छुपाने की कोशिश की जाए, पुलिस की गहन जांच और वैज्ञानिक तरीकों से सच सामने आ ही जाता है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे आगे की पूछताछ जारी है। इस मामले में पुलिस अभी और भी कई पहलुओं पर जांच कर रही है ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग इस मामले के पीछे की पूरी कहानी जानने को उत्सुक हैं।
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